ChatGPT क्या है? क्या चैट जीपीटी से नौकरियों को खतरा है ?

कुछ समय से Google Search Engine पर एक सवाल ट्रेंड कर रहा है " ChatGPT क्या है " क्या चैट जीपीटी से नौकरियों को खतरा है ? टेक्नोलॉजी के इस युग में ChatGPT  एक योद्धा की तरह उभरा है जो काफी ट्रेंड में है और में ट्रेंड क्यों न करे क्युकी इसकी टेक्नोलॉजी ही ऐसी है ये एक ऐसी नई टेक्नोलॉजी है जो एक ऐसा कॉन्टेट लिख सकता है जो बहुत ही सटीक होता है और इंसानों के लिखे जैसा ही लगता है.

ChatGPT क्या है? क्या चैट जीपीटी से नौकरियों को खतरा है ?

ChatGPT क्या है क्या चैट जीपीटी से नौकरियों को खतरा है ?
ChatGPT क्या है? क्या चैट जीपीटी से नौकरियों को खतरा है ?

ये नया टूल गूगल के लिए ख़तरा बनकर उभरा है और बात ये है कि जीमेल के फाउंडर पॉल तक ने कुछ वक़्त पहले कहा था कि दो साल में ये टूल गूगल को बर्बाद कर सकता है. जिससे ये और ट्रेंड में आ गया लेकिन अभी कुछ समय से इस टेक्नोलॉजी में कुछ खामिया देखि जा रही है जो वक्त के साथ साथ दूर हो जायगी और ये और भी अच्छा बन जायेगा जिससे लोगो के मन में सवाल उठ रहा है की क्या चैट जीपीटी से नौकरियों को खतरा है ? इस नए टेक्नोलॉजी के बारे में फायदे सुनने में आपको अच्छा तो लगता होगा लेकिन कुछ ऐसी बातें आपको इसके बारे में डरती है क्युकी आप जब गूगल पर इसकी review देखेंगे तो कुछ लोगो का मानना है की ये मानव मस्तिक को तेजी से कॉपी कर रहा है हमारी दुनिया की आवश्यकता  के अनुसार खुद को स्मार्ट बना रहा है


क्या है ChatGPT?

ChatGPT एक चैटबॉट जो OpenAI द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। ChatGpt  मशीन लर्निंग मॉडल है जो यह स्वतः व्यवस्थित उत्तर या लेख  उत्पन्न करने के लिए प्रशिक्षित है। इसे मानवीय समर्थन के समान कार्यों में प्रयोग किया जा सकता है, जैसे सवालों के जवाब देना, भाषाएं अनुवाद करना, कहानियों लिखना, इत्यादि। ChatGpt आपके सवालो के जवाब हम इंसानो की तरह देता है लिखित और वो भी लगभग पूरी तरह सटीक।
इसके जरिये  ब्लॉगर एक कंटेंट राइटर अपने लिए पूरीकंटेंट लिखवा सकता कुछ मिनटों और सेकंडो में आप इससे बहुत सारी लेख लिखवा सकते है जैसे -

चैट जीपीटी आपके लिए कविता लिख सकता है,आपके लिए आपके दोस्तों को खत लिख सकता है आपको आपके जॉब ढूंढने में मदद कर सकता है कुछ ही मिनटों में   
ChatGpt आपके हर सवालो का जवाब दे सकता है कुछ ही पलो में महज आप अगर ChatBot से कहे की आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के बारे  बताइये तो वो आपको कुछ ही पलो में पूरी बायोग्राफी दे देगी 
ChatGpt लगभग 100 भाषाओ में उपलब्ध है लेकिन ये सबसे ज्यादा सटीक अंग्रेजी भाषा में है 
जैसे की आप किसी प्रश्न का उत्तर हिंदी में मांगने के बाद उसे अंग्रेजी  भाषा में मागेंगे तो उसका अलग ही उत्तर आएगा ChatGpt को Open Ai नाम की कम्पनी ने साल 2015 में में सैम एल्टमेन और एलॉन मस्क ने बनाया था. एलन मस्क साल 2018 में इससे अलग हो गए थे. जिसके बाद ChatGpt के लांच होने के पांच दिनों के अंदर दस लाख यूजर हो गए थे 

OpenAi का कहना है ये भी गूगल की तरह फ्री रहेगा जिससे कई लोग अभी से ही अनुमान लगाना शुरू कर दिए है की ये आगे चल कर अपनी सेवाओं का चार्ज लेने लगेंगे OpenAi का कहना है की यह अभी टेस्टिंग मोड पर जिसमे सिर्फ 2021 तक  का ही डाटा है कंपनी का यह भी कहना है की टेटिंग मोड में होने से यह कई बार गलत और भ्रामक जानकारी देता है खास बात यह है की इसमें इंसानो की तरह इसमें कॉमन सेन्स नहीं है यह कोई नै चीज विकशित नहीं कर रहा जो इसके पास अभी तक का मौजूदा डाटा है उसी के आधार पर सैंपल जनरेट करता है जो की आने वाले समय पर तेजी से विकसित होगा जिससे लोगो के मन में सवाल उठ रहा है की क्या चैट जीपीटी से हमारी नौकरियों को खतरा है ?

चैट जीपीटी को पूरी तरह से समझने के लिए हमें चैट जीपीटी की विशषताओ ,क्षमता ,चैट जीपीटी प्रयोग और संभावित प्रभाव को समझना होगा 

चैट जीपीटी की विशषताओ

चैट जीपीटी का विशेष विवरण है कि यह मुख्य रूप से प्रश्नोत्तरी, वाक्य प्रतिवेदन, सेवा प्रदान, मार्गदर्शन और विवरण प्रदान करने के काम में उपयोग किया जाता है। यह एक हिंदी के साथ 100 से अधिक भाषाओं में भी काम कर सकता है।

चैट जीपीटी की क्षमता 

हाँ, चैट जीपीटी वाक्यों, वाक्यांशों, वाक्यों और प्रश्नों के जवाब देने की एक बहुत ही उत्तम क्षमता है। यह एक बेहतरीन भाषा मॉडेल है, जो अधिकतर प्रश्नोत्तरी, वाक्य प्रतिवेदन, वाक्य प्रक्रियाओं, सेवा प्रदान और समर्थन के काम में उपयोग किया जाता है।

चैट जीपीटी की प्रयोग और संभावित प्रभाव

चैट जीपीटी के प्रयोग के कई क्षेत्र हैं, जैसे कि कंपनियों में ग्राहक सेवा, वेबसाइटों के अनुभवी उपयोगकर्ताओं को समर्थन प्रदान करना, कंप्यूटर टीचिंग और सीखने के क्षेत्र, व्यापार और व्यापार विवरण के सम्बन्ध में मूल्यांकन,चैट जीपीटी के प्रयोग से आप पैसे कमा सकते है और अधिक कार्य है जो चैट जीपीटी से कर सकते है।

हालांकि, इसके प्रयोग से नौकरियों पर प्रभाव भी हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, कुछ कुछ तकनीकी नौकरियों के लिए तैयारी करने वाले लोगों को संभवतः हटाने या कमीशन वाले काम के प्रतिबद्धता को कम करने की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए, हमें समृद्धि और तकनीकी प्रगति के तहत है 

क्या चैट जीपीटी से नौकरियों को खतरा है ?

ChatGpt एक  मशीन लर्निंग मॉडल है जो यह स्वतः व्यवस्थित उत्तर या लेख  उत्पन्न करने के लिए प्रशिक्षित है। चुकी आने वाली समय में यह बहुत ही तेजी से विकशित होगी इसलिए कई जॉब के को खतरा तो होगा यही संकट भारत पर भी है बेहतर यही है की हम मैनपॉवर की स्किल को और बेहतर करे चैट जीपीटी से मुकाबला उद्देश्य नहीं होना चहिये क्युकी या क्रांति है आएगी ही आएगी जब कंप्यूटर का आया था , तब भी यही कहा गया था की ये नौकरिया खा जायेगा लेकिन हुआ उल्टा इससे समय का बचत हुआ चैट जीपीटी से भी समय का बचत होगा इससे उन्ही लोगो को तकलीफ होगी या उनकी ही जॉब छिनेगी जो स्किल डेवलप नहीं करेंगे भविष्य ने चैट जीपीटी जैसे टूल प्रोडक्टिविटी 

चैट जीपीटी से इन नौकरियों को खतरा है ?

चैट जीपीटी एक नया युग की शुरूआत जिसमे कुछ न कुछ तो बदलाव आएगा ही आएगा और रही बात जॉब ख़त्म होने की जब यूटुब आया था तो यही बात चली थी की ब्लॉग ख़त्म हो जायेगा लेकिन यह नहीं हुआ लोग ब्लॉग भी पड़ते है और यूटुब भी देखते है बस बात इतनी है की दोनों अलग अलग हिस्सों में बात गए है ठीक उसी तरह इसमें में भी कुछ बदलाव आएंगे 

ये वो जॉब है जिसे चैट जीपीटी से खतरा है- 

  • टेक जॉब्स (कोडर्स,कंप्यूटर प्रोग्रामर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर,वेब डेवलपर ,डेटा एनालिस्ट )
  • मीडिया जॉब्स (कंटेंट क्रिएशन,एडवरटाइजिंग टेक्निकल राइटिंग , जर्नलिस्म )
  • लीगल,इंडस्ट्री जॉब्स (पैरालीगल्स,असिस्टेटस)
  • मार्केट रीसर्च एनालिस्ट्स 
  • टीचर प्रोफसर 
  • फाइनेंस जॉब्स (फाइनेंसियल एनालिस्ट्स ,एडवीज़र )
  • ट्रेडर्स,शेयर एनालिस्ट्स 
  • ग्राफ़िक डिजाइनर्स
  • अकाउंटेंट्स कस्टमर सर्विस एजेंट  

क्या कर रहा चैट जीपीटी ?

चैट जीपीटी (जनरेटिव प्री-ट्रेंट ट्रांसफॉर्मर ) एप्लीकेशन ऐसा मशीन लर्निंग सिस्टम है जो डाटा से सीखता है और रीसर्च कर परिणाम देता है। अब डाल-ई टूल भी मौजूद है। यह टेक्स्ट के बदले 3डी इमेज बनाता है। 

ऐसे बेहतर इस्तेमाल संभव 

  • टीचर कंटेंट की कमी पूरी कर सकते है बचे समय में टीचिंग पर ध्यान दे सकेंगे। 
  • शिक्षा में एआई को अतिरिक्त टूल के रूप में शामिल कर सकते है अन्यथा हमारा मौजूदा एजुकेशन सिस्टम पुराना साबित होगा 

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